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धरती की बेटी ( Dharti Ki Beti )

300.00 Original price was: ₹300.00.240.00Current price is: ₹240.00.

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Book Format :

Name of Publisher :

Edition :

बृज किशोर तिवारी (वत्स ) Bruj Kishore Tiwari ( Vatsa)

978-93-5857-496-8

154

A5

paperback

Nitya Publications

First

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धरती की बेटी ( Dharti Ki Beti )

300.00 Original price was: ₹300.00.240.00Current price is: ₹240.00.

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Description

ःः कवि की कलम से:ः

 

ईश्वर ने स्त्री-पुरूष की रचना गाड़ी के दो पहियों की तरह एक दूजे के पूरक के रूप में की है परन्तु पुरूष प्रधान समाज ने स्त्री को भोग्या बनाकर रखा है । पौराणिक काल से आज तक यही होता आ रहा है ।
समाज की सड़ी गली मान्यताओं कुरीतियों अथवा पुरूष के अहम् के कारण सती प्रथा का शिकार होकर कई नारियों को जिन्दा जलना पड़ा है। पुरूष की भोगपूर्ण करतूतों के कारण उसे कठिन परीक्षा से गुजरना पड़ा जिसके प्रमाण पुराणों एवं इतिहास के पन्नों में दर्ज है ।

आज भी दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या अथवा बेटियों की जन्म लेते ही हत्या जैसी समस्या का नारी समाज सामना कर रहा है । परिवार में बेटियों के जन्म के समाचार सुन परिवार जन के चेहरे कुम्हला जाते हैं । उन्हें परिवार पर बोझ एवं पराया धन कहा जाता है । इसमें केवल पुरूष ही नहीं नारी भी जिम्मेदार हैं ।

यही कारण है कि जिन्होंने मेरे अन्दर के बैठे कवि को झकझोरा ”धरती की बेटी“ काव्य की रचना इन्हीं के विरूद्ध विद्रोह की अभिव्यक्ति है । सीता के चरित्र के माध्यम से नारी उत्पीड़न का परिदृश्य जो राम दरबार में सीता की परीक्षा के रूप में प्रस्तुत किया गया है जिसे सीता के धरती प्रवेश तक पुरूष प्रधान समाज के विरूद्ध विद्रोह के रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है । ”धरती की बेटी“ काव्य की रचना का काल खण्ड 10.03.1993 से दिसम्बर 1993 रहा है ।

नारी उत्पीड़न की व्यथा को उकेरने में मेरा कवि कितना सफल रहा उसका निर्णय सुधी पाठक ही करेंगे । यह भार उन्हीं पर छोड़ना उचित है। काव्य के टंकण, प्रूफ रीडिंग, प्रकाशन कार्य में श्री दीनदयाल जी दुबे एवं अन्य जिन जिन का सहयोग प्राप्त हुआ है उनके प्रति कवि हृदय से आभारी है ।

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बृजकिशोर तिवारी (वत्स)

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