अध्ययन की आवष्यकता को प्रत्येक क्षेत्र में अनुभव किया गया है । अध्यातम के क्षेत्र में भी सूक्षम अध्ययन की आवष्यकता महत्वपूर्ण है । अउम ईष्वर का प्रतीक माना गया है । अउम को ही अक्षर ब्रहम कहते है । इसके लिए देवनागरी लिपि में विषेड्ढ प्रावधन किया गया है । इस के लिए एक विषेड्ढ अउम आकार स्विकष्त किया गया है । ईष्वर के अतिरिक्त इसका कही भी प्रयोग नहीं किया जाता है । यह एक अध्यात्मिक ध्वनी विषेष भी है । यह ईष्वर का ध्यान लगाने में बहुत सहायक है । साधक लोग भी इसी की ही साधना करते हैं । प्रत्येक मंत्र के आरम्भ में अउम अक्षर का प्रयोग किया जाता है। पूजन के समय भी अउम का ही उच्चारण किया जाता है ।
अध्यात्म ( आत्मा और परमात्मा का गुणगान ) Adhyatm ( Atma aur Parmatma ka Gurgaan)
₹300.00
Editors : अशोक भारती ( Ashok Bharti
Edition : 1
Pager Size : A5
No. of Pages : 289
ISBN: 978-93-91257-26-2
Format : Paperback & eBook
Category: Spiritual, Motivational & Leadership