यह पुस्तक वैचारिक स्रोतों से परिपूर्ण है| यह पुस्तक शिक्षा, संस्कृति, प्रकृति, विज्ञान और राष्ट्र के विकास पर आधारित है| शिक्षा, संस्कृति, प्रकृति, विज्ञान और राष्ट्र का विकास जीवन को बल देता है| यही बल आपको असत्य से सत्य की ओर, अन्धकार से प्रकाश की ओर और मृत्यु से अमरत्व की ओर ले जाती है| यह पुस्तक आपको अपना प्रकाश स्वयं बनने पर बल देती है| जैसा कि गौतम बुद्ध ने कहा था-‘अप्प दीपो भव’ अर्थात अपना प्रकाश स्वयं बनो|
यह पुस्तक आपके लिए आठ काम करेगी
१. बौद्धिक लोगों और छात्रों के लिए वरदान साबित होगी
२. आपको जीवन में सफल होने के लिए प्रेरित करेगी
३. आपको नवीन चेतना देगी
४. आपकी लोकप्रियता बढ़ाएगी
५. आपमें नई सोच जगाएगी
६. आपके आत्मबल को बढ़ाएगी
७. आपके ज्ञान को बढ़ाएगी
जीवन के प्रति सकारात्मकता को बढ़ाएगी “किताब जैसा वफादार कोई दोस्त नहीं।” –अर्नेस्ट हेमिंग्वे