यह पुस्तक खगडिया के महान पुत्र अशोक कुमार सहनी उर्फ मुन्ना एवं मछली (मत्स्य) के जानकारी पर आधारित वासूतबिक कहानी है। ये दुखद है, कि आधुनिक भारत के ज्यादातर लोगों ने भारत के खगड़िया प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समिति मंत्री, क्राँतिकारी एवं आत्मसमर्पित युवा नेता का नाम तक नहीं सुना है। उसकी कहानी जानना तो बहुत दूर की बात है। लेकिन आज, और भी खराब, और दिल तोड़ने वाली बात ये है कि हमारे देश में जात-पात, अमीर-गरीब कुर्सी के खातिर एक दूसरे का प्राण लेना, आम बात है, आज से कई वर्ष पहले अमर शहीद जुब्बा सहनी ने अंग्रेज दरोगा को उसी के थाने में जिंदा जला दिया था, लेकिन आज के समय में ऐसे सहनी, नेता कुछ ही है, जो कुर्सी के खातिर भोले-भाले मासूम खगड़िया प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समिति मंत्री एवं आत्मसमर्पित युवा नेता को अपने जाल में फसाकर बेरहमी से प्राण ले लिया जाता है, और उस इलाके का कोई भी व्यक्ति आवाज तक नहीं उठाता है।
-16%Hot
काल का जाल खगड़िया के महान पुत्र वीर अशोक किंग ऑफ़ मल्लाह (Kaal ka Jaal )
₹179.00 ₹150.00
Writer : Dilip Kumar Roy
Edition : 1
Pager Size : A5
No. of Pages : 114
ISBN : 978-93-91669-29-4
Format : paperback
998 in stock
Additional information
Dimensions | 32 × 32 × 0.5 cm |
---|