एक कहानीकार जब कुछ लिखता है तो उसके मस्तिष्क में एक प्लाट जन्म लेता है। अधिकतर यह प्लाट किसी वास्तविक घटना पर आधारित होता हैए और उसके इर्द गिर्द लेखक शब्दों का ताना बाना बुनता हैए जो एक कथा अथवा कहानी का रूप लेता है।
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कुछ-आप-बीती-कुछ-जग-बीती
₹350.00 ₹310.00
Writer:Vijay Mathur
Edition : 1
Pager Size : A4
ISBN : 978-93-5641-023-7
No. of Pages :216
: Paperback
Categories: Accessories, Competitive Exams, Educational Books
Tag: कुछ-आप-बीती-कुछ-जग-बीती
Additional information
Weight | 0.25 kg |
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Dimensions | 31 × 21 × 1 cm |