सुप्रसिद्ध, वरिष्ठ शायर (ग़ज़लकार), गीतकार, भजनकार, मेरे परम प्रिय मित्र, श्री सुभाष जैन “अजल” की नवीन कृति “दिलनशीन” की प्रस्तावना लिखना मेरी बहुत बड़ी ख़ुशनसीबी है । ग़ज़ल कैसी भी हो, छोटी और बड़ी बहर की, सुभाष जी के अल्फ़ाज़ (शब्द चयन), भाव, संतुलित, सही और सुंदर रदीफ़- काफ़िया के साथ, हर शेर में उभर कर सामने आते हैं । ग़ज़ल का मतला हो या मक़्ता या बीच के शेर, पाठक और श्रोता को हृदय की गहराइयों तक प्रभावित व झंकृत कर जाते हैं । इतने अच्छे शब्द, भाव, पंक्तियां कैसे सुभाष जी के ज़हन में आते हैं, मुझे तो बहुत ही ताज़्ज़ुब होता है । लगता है ये ईश्वर की कृपा है, मां सरस्वती का आशीर्वाद है, ख़ुदा का क़रम है । मिलन, विरह, प्यार, मोहब्बत, सामाजिक, राजनैतिक, आध्यात्मिक, देशप्रेम, व्यंग्य इत्यादि इन सभी विषयों पर “अजल” ने ग़ज़ल लिखीं हैं और प्रभावित करती हैं । सुभाष जी के वाणी बोलने और लिखने दोनों में बहुत ही मधुर है । मृदुल व्यवहार इनके स्वभाव की विशेषता है । इनका हृदय बहुत ही विशाल, भावुक, निर्मल व निच्छल है, इसी कारण ये इतना अच्छा लिख पाते हैं । सच्चे हृदय से निकले सच्चे शब्द व भाव ही पाठकों और श्रोताओं के हृदय को जीत पाते हैं । गायक कलाकारों व संगीतकारों को भी आकर्षित कर पाते हैं । । बॉलीवुड के अनेक प्रतिष्ठित कलाकारों ने सुभाष जी की गज़लों, गीतों व भजनों का गायन कर विश्व स्तरीय प्रसिद्ध प्राप्त की है, जिनमें से कुछ नाम निम्नलिखित हैं:- सर्व श्री अनूप जलोटा जी, नितिनमुकेश, उदित नारायण, महेंद्र कपूर, सुरेश वाडेकर, आशा भोंषले, प्रधुम्न शर्मा, रूप कुमार राठौर, व अन्य की आवाज में भजनों के LP कैसेट / CD द्वारा लगभग १०० एल्बम में प्रस्तुति इत्यादि ।
दिलनशीन (Dilnashin)
₹220.00
Writer :सुभाष जैन ‘अजल‘(Subhash jain ‘Ajal’)
Edition : 1
Pager Size : 5×8
No. of Pages : 199
ISBN : 978-93-94894-45-7
Format : Paperback
Categories: Biographies, Story book
Tag: दिलनशीन (Dilnashin)
Additional information
Dimensions | 25 × 18 × 2 cm |
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