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प्रवासी मजदूर : एक अनकही दास्तान

200.00 160.00

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Book Format :

Name of Publisher :

Edition :

आशू यादव

978-93-90390-42-7

107

A5

Paperback

Nitya Publications, Bhopal

First

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प्रवासी मजदूर : एक अनकही दास्तान

200.00 160.00

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Description

सामाजिक समस्या घटनाओं का समूह या दशा है। जिसे समाज मे कुछ लोग अवांछित मानते है। समाज के एक वर्ग या समूह के समक्ष उत्पन्न स्थिति जिसके हानिकारक परिणाम होते है, और जिससे केवल सामूहिक प्रयासों से ही निपटा जा सकता है , को सामाजिक समस्या के रूप मे परिभाषित किया जा सकता है। इसलिए कोई एक व्यक्ति या कुछ व्यक्ति सामाजिक रूप से समस्या ग्रस्त स्थिति के लिए जिम्मेदार नही है, और इन स्थितियों पर नियंत्रण पाना किसी एक व्यक्ति या कुछ व्यक्तियों के बस की बात नही है। इसकी जिम्मेदारी पूरे समाज की है। समाज को यह समझने की आवश्यकता है कि समाज सब के हित के लिए सोचें। और सभी को सम्मान की द्रष्टि से देखें। चाहें वह व्यक्ति सामाजिक, आर्थिक, एवं जाति आधारित, किसी भी श्रेणी मे आता हो। सामाजिक समस्या को सामाजिक विचलन माना गया है। जो सामूहिक प्रयत्न से ही ठीक हो सकता है। और इस काम को करने के लिए समाज मे रह रहे हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है।

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