प्रस्तुत पुस्तक ‘‘बिहार में अनुसूचित जातियों में चेतना के उद्भव एवं विकास‘‘विषय पर संपादित किए गए है। जो मेरे पी.एच.डी. शोध पर आधरित हैं। प्रस्तुत पुस्तक में शामिल प्रकरणों को सरल भाषा में इकाईवार छोटे-छोटे कई अध्यायों में लाते हुए समझाने का प्रयास किया गया है। यथास्थान उपयुक्त उदाहरणों का भी समावेशन है, जिससे पठन बोधगम्य हो सके। सम्पादन के क्रम में मैं अपने पिता श्री अयोध्या शरण एवं माता श्रीमती रंभा देवी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करता हूँ जिसके अमूल्य प्रेम एवं आशीर्वाद के कारण यह पुस्तक सम्पादित हो सका है। हम उन विद्वतजनों के भी आभारी रहेंगे जिनकी रचनाओं का प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सहयोग हमें मिल पाया। हम अपनें शुभचिन्तकों, मित्रोें, पारिवारिक सदस्यों एवं अध्यापकों के भी आभारी बने रहेंगे जिन्होंने हमेशा हौसला बढ़ाने का काम किया है। हम इन समस्त जनों को सादर प्रणाम करते है।
बिहार में अनुसूचित जातियों में चेतना के उद्भव एवं विकास (Bihar mein Anusuchit Jation me Chetna ke Udbhav evam Vikas)
₹250.00
Editors : डॉ. सुजीत कुमार
Edition : 1
Pager Size : A5
No. of Pages : 106
ISBN: 978-93-90699-31-5
Format : Paperback Ebook
Category: Educational Books