डॉ. आराधना से मेरा परिचय हुआ। इनसे मिलकर लगा कि ये विद्वान महिला हैं। जीवन के बाल्यकाल से ही इनका झुकाव साहित्य की ओर रहा है। साहित्य इन्हें वरदान में पैतृक संपत्ति की तरह मिला है और वही बचपन का ज्ञान, प्रभाव इन्हें साहित्य में भी कविता लिखने के लिए प्रेरित कर गया। इनकी आंखें सदैव कविता ही देखती थीं। एक समय ऐसा भी इनके अनुसार आया कि इन्होंने कविता की पंक्तियों को सहज ही कागज पर उतार दिया।
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Writer:Meenu Singh, Uma Shankar
Edition : 1
Pager Size : A4
ISBN :978-81-19147-57-1
No. of Pages :141
: Paperback
Categories: Spiritual, Motivational & Leadership, Story book
Tag: मन की बात
Additional information
Weight | 0.25 kg |
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Dimensions | 31 × 21 × 1 cm |