इस पुस्तक को लिखने का सबसे बड़ा कारण है उन सभी लोगों की मदद करना जो अँग्रेजी भाषा को सीखना चाहते हैं लेकिन उन्हें इस हेतु उचित सामग्री उपलब्ध नहीं हो पाती। दोस्तों, इन्टरनेट के इस आधुनिक युग में कोई भी ऐसा विषय नहीं है जो इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं है।
इसी प्रकार, अँग्रेजी भाषा को सिखाने वाली हजारों वैबसाइट एवं वीडियो उपलब्ध हैं। ऐसे में प्रश्न उठता है कि जब अँग्रेजी सीखने के लिए इंटरनेट पर इतना सब कुछ उपलब्ध है तो एक और पुस्तक को लिखने कि आवश्यकता क्यों है?
दोस्तों, इसका जवाब देते हुए मैं यह कहना चाहता हूँ कि इस पुस्तक को लिखने आवश्यकता थी क्योंकि इस पुस्तक के माध्यम से मैं यह बताना चाहता हूँ कि मैंने खुद पूरी पढ़ाई हिन्दी माध्यम से पूर्ण की है। अपनी स्नातक के बाद जब मैं CA करने के लिए घर से बाहर निकला तो सबसे बड़ी चुनौती जिसका मैंने सामना किया था वो था अँग्रेजी। अँग्रेजी न जानने की वजह से मैंने अपना पहला अटेम्प्ट हिन्दी मध्यम से दिया था। लेकिन बाद में यह अनुभूति हुई कि अगर अच्छी पुस्तकों आधार बनाना है तो अँग्रेजी तो सीखनी ही पड़ेगी क्योंकि ये बात जितनी आज से 15 वर्ष पहले सत्य थी आज भी उतनी ही सत्य है कि अँग्रेजी भाषा में अध्ययन सामग्री कि कोई सीमा नहीं है।
इसलिए दोस्तों मैंने हार नहीं मानी। आज से 15 साल पहले यह निश्चय किया था कि मैं सीए की परीक्षा अंग्रेजी माध्यम से ही पास करूंगा। उसके बाद मैंने लगभग 6 महीने तक घर बैठकर अंग्रेजी भाषा का अभ्यास किया। अंग्रेजी में लिखने के लिए और पढ़ने के लिए जितनी भी ग्रामर और वोकैबलरी की आवश्यकता थी मैंने सबको पड़ा और उसका अभ्यास किया। उसके बाद धीरे-धीरे मेरी अंग्रेजी भाषा पर पकड़ मजबूत होती चली गई। आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि जब मैंने सीए फाइनल परीक्षा पास की थी। तो उस समय मेरे marks थियरि विषयों में ज्यादा थे। दोस्तों यह इस बात का सबूत है कि यदि आप एक बार मन में ठान ले तो आप अंग्रेजी भाषा में मास्टरी हासिल कर सकते हैं।
दोस्तों, अगर मैं आज की बात करूँ तो मुझे लगता है कि आज भी मेरे जैसे कई लोग हैं जो अपने आप को उस स्थिति में पाते हैं जो मेरी 15 साल पहले स्थिति थी। मैं उनका दर्द समझता हूं क्योंकि यह बात सच है कि अगर हम अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई करते हैं तो हमें विषय सामग्री और पुस्तकों का कोई अभाव नहीं होता है। यही सोच कर मैंने इस पुस्तक को लिखने का फैसला किया ताकि मैं उन लोगों की मदद कर सकूं जो केवल अंग्रेजी भाषा न जानने के कारण अपने आपको दूसरों से पीछे या पिछड़ा हुआ महसूस करते हैं।
दोस्तों, आखिर में बस केवल इतना कहना चाहता हूं कि इस पुस्तक में जो भी सामग्री दी गई है उसका आप यदि अच्छे से अभ्यास करेंगे। तो आप 30 दिनों के सेशन के बाद आप अपने आप को अंग्रेजी भाषा का एक अच्छा जानकार कह सकते हैं। और आप अंग्रेजी भाषा में लिख भी सकते हैं पढ़ भी सकते हैं और बोल सकते हैं।